वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-अब कैंसर मरीजों के राहत की बात है। मरीजों को लखनऊ के चक्कर नहीं लगाने होंगे। बल्कि टेली मेडिसिन की मदद से सीएचसी और पीएचसी पर सक्रीनिंग, जरूरी सलाह और इलाज मिलेगा। अब कैंसर मरीजों को लखनऊ के चक्कर नहीं लगाने होंगे। बल्कि टेली मेडिसिन की मदद से सीएचसी और पीएचसी पर सक्रीनिंग, जरूरी सलाह और इलाज मिलेगा। केजीएमयू में स्थापित कैंसर रजिस्ट्री की मदद से यह सुविधा शुरू होगी। पहले चरण में लखनऊ के अलावा अयोध्या और उन्नाव में की सीएचसी और पीएचसी पर सहायता केंद्र (पेरिफेरल सेंटर) स्थापित किए जाएंगे। चरण बद्ध तरीके से केन्द्रों को विस्तार किया जाएगा। केजीएमयू के कैंसर रजिस्ट्री की प्रभारी डॉ. कीर्ति श्रीवास्तव का कहना है कि सीएचसी और पीएचसी पर बनाए गए पेरिफेरल सेंटर केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग द्वारा संचालित होंगे। इन केंद्रों पर आने वाले मरीजों की पहले स्क्रीनिंग होगी। जरूरत पड़ने पर जांच कराई जाएगी। कैंसर पुष्टि होने के बाद उस जिले के मेडिकल कालेज में ऑपरेशन व सिंकाई व अन्य उपचार मुहैया कराए जाएगा। वहां उपचार सम्भव नहीं होने पर मरीज को एक नियत समय पर केजीएमयू बुलाकर उपचार सुनिश्चित किया जाएगा। ताकि मरीज को ज्यादा भागदौड़ न करनी पड़े।
पायलट प्रोजेक्ट सफल हुआ
डॉ. कीर्ति ने बताया कि पॉयलट प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ की सरोजनीनगर सरोजनीनगर सीएचसी, कन्नौज और अयोध्या मेडिकल कॉलेज में कैंसर मरीजों को जरूरी सलाह दी जा रही थी। यह प्रोजेक्ट सफल होने पर विस्तार की योजना बनायी। अगले चरण में तीन जिलों की सीएचसी और पीएचसी पर सुविधा शुरू की जा रही है।
प्रशिक्षण इसी माह होगा
डॉ. कीर्ति श्रीवास्तव ने बताया कि कैंसर मरीजों को फॉलोअप व सिंकाई के लिए नजदीकी जिले के मेडिकल कॉलेज में इलाज मुहैया कराया जाएगा। जूम एप के माध्यम से मरीजों का हालचाल लिया जाएगा। सीएचसी-पीएचसी के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों का रजिस्ट्रेशन का काम चल रहा है। इसी माह के आखिर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।